सामाजिक परिवर्तन मिशन द्वारा 11- 12 जून 2022 को त्रिमूर्ति गेस्ट हाउस मौदहा जिला हमीरपुर में दो दिवसीय कैडर कैंप का आयोजन किया गया।मा. कांशीराम जी के संघर्ष के साथी, इटावा लोकसभा क्षेत्र से सांसद प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. रामाधीन बाबू जी ने मा.कांशीराम जी के 'छोटे-छोटे साधन से बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने' की नीति पर विस्तार से अपने ख्यालात एवं संस्मरण रखें तथा कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि हमने मा. कांशीराम जी के सीमित साधन की तरकीब के आधार पर ही अपने आप को तैयार करके बुंदेलखंड को सामाजिक परिवर्तन आंदोलन का केंद्र बिंदु बनाने का काम किया था।
अगर आप लोग भी मान्यवर कांशीराम जी के बताए रास्ते पर चलेंगे तो सामाजिक परिवर्तन आंदोलन में पूरे देश का नेतृत्व कर सकते हैं।
सामाजिक परिवर्तन मिशन के राष्ट्रीय महासचिव माननीय ए.आर. अकेला ने कहा कि पूना पैक्ट हमारे लिए एक धोखा था। अंग्रेजों से संघर्ष करके बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने कम्युनल अवार्ड के रूप में जो अधिकार हासिल किया था उसको मनुवादी ताकतों के मुखिया श्री मोहनदास करमचंद गांधी ने 24 सितंबर 1932 को पूना पैक्ट के माध्यम से छीन लिया और उसके पश्चात हमारे समाज के असली नेता लोकसभा, विधानसभा में जीतकर जाना बंद हो गये।
परिणाम स्वरूप न केवल अनुसूचित जाति-जनजाति के बल्कि पिछड़े वर्गों के भी 'चमचा प्रतिनिधि' चुनाव जीतकर लोकसभा विधानसभा में जाने लगे इस प्रकार से पूरे देश में "चमचा युग" फैल गया। मान्यवर कांशीराम जी ने बहुजन समाज बनाकर चमचा युग का खात्मा करने की कोशिश किया; जिसको ब्रह्मणवादी ताकतों ने आंदोलन के अंदर घुसपैठ करके पूरे आंदोलन को ही विखंडित कर दिया.
कैडर कैंप को संबोधित करते हुए सामाजिक परिवर्तन मिशन के राष्ट्रीय संयोजक मा. दददू प्रसाद ने कहा कि "धनवानों के धन का सहारा लेकर धन के बल पर धनवानों को परास्त करके जो भी शासन सत्ता निर्मित होगी वह धनवानो के ही काम आएगी निर्धनों के कल्याणार्थ कभी भी काम कभी नहीं आएगी"। मान्यवर कांशीराम जी के जीवन का मकसद तो निर्धनों का कल्याण करना था, निर्धनों के लिए मुक्ति पथ प्रशस्त करना था। इसलिए मान्यवर कांशीराम जी ने 'भारत के लोकतंत्र के लिए धनवानों के धन के बल पर सत्ता बनाने का रास्ता छोड़ दिया इस रास्ते पर वह गए ही नहीं बल्कि उन्होंने नया रास्ता बुना:--
"निर्धनों के छोटे-छोटे साधन का सहारा लेकर धनवानों को जंग-ए-मैदान में परास्त करके जो भी शासन-सत्ता बनेगी वह अनिवार्य रूप से निर्धनों के ही काम आएगी धनवानों के काम नहीं आएगी"
इसी रास्ते पर चलकर उन्होंने पैदल यात्रा, साइकिल यात्रा, दीवार लेखन, जागृति जत्था, 'वोट के साथ नोट मांगो अभियान', जन-संसद, जनसंपर्क अभियान, जनसभाओं आदि कार्यक्रम के माध्यम से अभिनव प्रयोग करके बहुजन समाज को भारत की शासन सत्ता का मालिक बनाने का काम किया एवं निर्धन मजदूरों के बच्चों को विधायक और सांसद बनाने का काम कर दिखाया।
मथुरा से चलकर आए हुए सामाजिक परिवर्तन मिशन के राष्ट्रीय महासचिव मा. नेत्रपाल बृजवासी जीने एक गीत प्रस्तुत किया तथा आव्हान किया कि मान्यवर कांशीराम जी के बताए रास्ते पर चलकर ही हम अंबेडकरवाद को पुनर्जीवित कर कामयाब बना सकते हैं. उन्होंने बहुत प्रभावशाली और उद्बोधन किया.
आज हम अपनी छुपी हुई ताकतों को पहचान कर और उनका उपयोग करके हम पुनः मान्यवर कांशीराम जी के मिशन को कामयाब बना सकते हैं। सामाजिक परिवर्तन मिशन मान्यवर कांशीराम जी के बताए हुए रास्ते पर चलकर उन्हीं के तौर तरीके अपनाकर उनके सामाजिक परिवर्तन आर्थिक मुक्ति आंदोलन को कामयाब बनाना चाहता है इसीलिए इस प्रकार के कैडर कैंप आयोजित किए जा रहे हैं।
*प्रेस विज्ञप्ति, कार्यालय
दद्दू प्रसाद, पूर्व कैबिनेट मंत्री, उप्र एवं राष्ट्रीय संयोजक, सामाजिक परिवर्तन मिशन
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